Turmeric milk is very beneficial for health
दूध और हल्दी दोनों ही सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं लेकिन इन दोनों को एकसाथ मिला दिया जाए तो इनका लाभ भी दोगुना हो जाता है। हेल्दी जहां एंटीबायोटिक होती है, वहीं दूध में भरपूर कैल्शियम होता है। आइए हम आपको बताते हैं कि गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से क्या फायदे होते हैं।
चोट में आराम
अगर आपको चोट लगी है तो हल्दी वाला दूध आपके लिए बहुत फायदेमंद हैं। ये दर्द के लिए पैन किलर जैसा काम करता है और चोट में राहत पहुंचाता है।
हडि्डया मजबूत बनाने में सहायक
दूध में कैल्शियम होता है और हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट, इसलिए हल्दी वाला दूध पीने से हडि्डया मजबूत होती है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
मोटापा कम करने में लाभकारी
हल्दी वाले दूध से शरीर में जमी अतिरिक्त चर्बी कम होती है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व वजन घटाने में मदद करते हैं।
गहरी नींद
अगर आप रात में ठीक से सो नहीं पा रहें है या आपको बैचेनी हो रही है तो सोने से आधा घंटा पहले हल्दी वाला दूध पीएं। इससे आपको गहरी नींद आएगी और नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी।
कैंसर और गठिया
हल्दी वाला दूध कैंसर से भी बचाव करता है। इससे ब्रेस्ट, स्किन, लंग प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो जाता है। कैंसर के अलावा ये गठिया रोग से भी राहत दिलाता है। हल्दी वाले दूध जोड़ों और मांसपेशियों को लचीला बनाता है, जिससे दर्द कम हो जाता है।
खून की सफाई
हल्दी वाले दूध से खून में पाई जाने वाली अशुदि्धयों का सफाया होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है, जिससे दर्द में जल्द राहत मिलती है।
एनीमिया के उपचार में प्रभावी
लोहे से समृद्ध हल्दी एनीमिया के इलाज के प्राकृतिक उपायों में एक है। कच्ची हल्दी से निकाला गया आधा चम्मच रस एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीना फायदेमंद है।
दंत रोगों में गुणकारी
थोड़ी-सी हल्दी, नमक और सरसों का तेल मिलाएं। दांतों को मजबूत बनाने के लिए रोजाना इस मिश्रण से दांतों और मसूड़ों की ब्रशिंग करें। कच्ची हल्दी की गांठ को अच्छी तरह भून कर पीस लें। पिसे मिश्रण से दर्द वाले दांत की मालिश करें। आराम मिलेगा। कच्ची हल्दी के कसैले रस से मालिश करने पर दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं, उनकी सूजन दूर होती है और दांत के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
मुंह के छालों से छुटकारा
एक गिलास पानी में कुछ हल्दी मिला कर कुल्ला करने से मुंह के छालों में आराम मिलता है।
खांसी में राहत
खांसी में कफ की समस्या होने पर एक गिलास गर्म दूध में एक-चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर पीना फायदेमंद है। पुरानी खांसी या अस्थमा के लिए आधा चम्मच शहद में एक-चौथाई चम्मच हल्दी अच्छी तरह मिलाकर चाटने से आराम मिलता है।
गुमचोट के इलाज में सहायक
एक गिलास गर्म दूध में एक टी-स्पून हल्दी मिलाकर पीने से चोट के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। चोट पर हल्दी और पानी का लेप लगाने से आराम मिलता है। आधा लीटर गर्म पानी, आधा चम्मच सेंधा नमक और एक चम्मच हल्दी डाल कर अच्छी तरह मिलाएं। इस पानी में एक कपड़ा डाल कर निचोड़ लें और चोट वाली जगह पर इससे सिंकाई करें।
घावों पर मरहम
घी या तेल में हल्दी मिलाएं। इसे थोड़ा गर्म करके घाव के ऊपर लगाकर ड्रेसिंग करें। हल्दी को पानी के साथ मिक्स करके भी घाव पर मोटा लेप लगाने से आराम मिलता है। इससे घाव का बहता हुआ खून भी रुक सकता है।
टाइप 2 के मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद
हल्दी में मौजूद कुरकूमिन ब्लड शुगर को कम करता है और ग्लूकोज के चयाचपय को बढ़ाकर मधुमेह को नियंत्रित रखता है। दिन में भोजन के साथ आधा-आधा चम्मच हल्दी पाउडर के सेवन से आराम मिलता है।
एनीमिया के उपचार में प्रभावी
लोहे से समृद्ध हल्दी एनीमिया के इलाज के प्राकृतिक उपायों में एक है। कच्ची हल्दी से निकाला गया आधा चम्मच रस एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीना फायदेमंद है।
दंत रोगों में गुणकारी
थोड़ी-सी हल्दी, नमक और सरसों का तेल मिलाएं। दांतों को मजबूत बनाने के लिए रोजाना इस मिश्रण से दांतों और मसूड़ों की ब्रशिंग करें। कच्ची हल्दी की गांठ को अच्छी तरह भून कर पीस लें। पिसे मिश्रण से दर्द वाले दांत की मालिश करें। आराम मिलेगा। कच्ची हल्दी के कसैले रस से मालिश करने पर दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं, उनकी सूजन दूर होती है और दांत के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
मुंह के छालों से छुटकारा
एक गिलास पानी में कुछ हल्दी मिला कर कुल्ला करने से मुंह के छालों में आराम मिलता है।
खांसी में राहत
खांसी में कफ की समस्या होने पर एक गिलास गर्म दूध में एक-चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर पीना फायदेमंद है। पुरानी खांसी या अस्थमा के लिए आधा चम्मच शहद में एक-चौथाई चम्मच हल्दी अच्छी तरह मिलाकर चाटने से आराम मिलता है।
गुमचोट के इलाज में सहायक
एक गिलास गर्म दूध में एक टी-स्पून हल्दी मिलाकर पीने से चोट के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। चोट पर हल्दी और पानी का लेप लगाने से आराम मिलता है। आधा लीटर गर्म पानी, आधा चम्मच सेंधा नमक और एक चम्मच हल्दी डाल कर अच्छी तरह मिलाएं। इस पानी में एक कपड़ा डाल कर निचोड़ लें और चोट वाली जगह पर इससे सिंकाई करें।
घावों पर मरहम
घी या तेल में हल्दी मिलाएं। इसे थोड़ा गर्म करके घाव के ऊपर लगाकर ड्रेसिंग करें। हल्दी को पानी के साथ मिक्स करके भी घाव पर मोटा लेप लगाने से आराम मिलता है। इससे घाव का बहता हुआ खून भी रुक सकता है।
टाइप 2 के मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद
हल्दी में मौजूद कुरकूमिन ब्लड शुगर को कम करता है और ग्लूकोज के चयाचपय को बढ़ाकर मधुमेह को नियंत्रित रखता है। दिन में भोजन के साथ आधा-आधा चम्मच हल्दी पाउडर के सेवन से आराम मिलता है।
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